फिर क्यों लोग इसे समझने को तैयार नहीं है। फिर क्यों लोग इसे समझने को तैयार नहीं है।
बदल सको तो तुम अपनी सोच को बदल डालो, माना दृष्टिकोण को बदलना इतना आसान नहीं। बदल सको तो तुम अपनी सोच को बदल डालो, माना दृष्टिकोण को बदलना इतना आसान नहीं।
मेरी सबसे ज़्यादा पसंदीदा क़िताब 'भागो नहीं भाग्य को बदलो ज़नाब' इसके रचयिता हैं स्वे मेरी सबसे ज़्यादा पसंदीदा क़िताब 'भागो नहीं भाग्य को बदलो ज़नाब' इसके रचयि...
मेरी सबसे ज़्यादा पसंदीदा क़िताब, 'भागो नहीं भाग्य को बदलो ज़नाब' इसके रचयिता है स्वेट म मेरी सबसे ज़्यादा पसंदीदा क़िताब, 'भागो नहीं भाग्य को बदलो ज़नाब' इसके रचयिता...
आज आजाद तो हो गए हैं हम, लेकिन मानसिकता पुरानी है ! आज आजाद तो हो गए हैं हम, लेकिन मानसिकता पुरानी है !